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गोरखपुर

एक बोतल में कैद है यूपी पुलिस के इस चर्चित इंस्पेक्टर की मौत का राज!

-एनकाउंटर कर चर्चा में आए थे इंस्पेक्टर-अबूझ हालत में हुई मौत, कई दिनों बाद मिला शव

गोरखपुरJun 01, 2019 / 03:38 pm

धीरेन्द्र विक्रमादित्य

police inspector

एक बोतल में बंद है यूपी पुलिस के इस चर्चित इंस्पेक्टर की मौत का राज!

सिद्धार्थनगर में साइबर सेल में तैनात इंस्पेक्टर पंकज शाही की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत गुत्थी सुलझ नहीं सकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह साफ नहीं होने के बाद विसरा सुरक्षित कर दिया गया है। जहर की आशंका में विसरा को सुरक्षित रखा गया है। उधर, इस मामले में परिजन उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं ताकि मौत की वजह से पर्दा उठ सके। परिजन पुलिस प्रशासन के लापरवाह रवैया पर भी हैरत जता रहे हैं। इंस्पेक्टर के भाई सोनू शाही ने सवाल किया है कि पांच दिनों से आॅन ड्यूटी पर रहते हुए कोई गायब रहा हो और उच्चाधिकारी या सहयोगी खोज खबर नहीं लिए यह गंभीर बात है। आखिर क्या वजह थी कि कोई उनके बारे में खोज खबर नहीं ली गई। इंस्पेक्टर के परिजन इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस विभाग कई दिनों तक खोज खबर नहीं लेने के पीछे उनका बेहद काबिल होना बता रहा है।

सिद्धार्थनगर जिले में पुलिस विभाग के साइबर सेल में तैनात इंस्पेक्टर पंकज शाही का शव उनके सरकारी आवास पर मिला था। लाश की स्थिति को देखते हुए पता चल रहा था कि चार-पांच दिन पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। आवास से दुर्गंध उठने के बाद पड़ोसियों ने उच्चाधिकारियों को सूचित किया। सीओ सदर ने मौके पर पहुंचकर आवास का दरवाजा तोड़वाया तो इंस्पेक्टर पंकज शाही का शव कमरे में पड़ा मिला। इंस्पेक्टर का शव कमरे में मिलने से सनसनी मच गई। पुलिस महकमा सन्न रह गया।
पुलिस ने परिजन को सूचना देने के बाद शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया था। बुधवार को पोस्टमार्टम होने के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इंस्पेक्टर के सात वर्षीय पुत्र ने उनको मुखाग्नि दी।

उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इंस्पेक्टर की मौत की गुत्थी नहीं सुलझ सकी। पीएम रिपोर्ट में मौत की वजह साफ नहीं होने पर विसरा सुरक्षित कर दिया गया है। जबकि परिजन इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं। इंस्पेक्टर के घरवाले इस पूरे प्रकरण में विभागीय रवैया पर भी सवाल उठा रहे हैं।
Murder
सिद्धार्थनगर में पिछले साल ही मिली थी तैनाती

इंस्पेक्टर पंकज कुमार शाही की सिद्धार्थनगर जिले में तैनाती पिछले साल 2018 में 30 मई को हुई थी। वह जिले के साइबर सेल में तैनात थे। देवरिया जिले के पकड़ी बाबू गांव के रहने वाले पंकज शाही सिद्धार्थनगर स्थित पुलिस लाइन के सरकारी आवास में ही रहते थे।
फर्जी एनकाउंटर केस में जेल भी जा चुके थे पंकज शाही

2001 में पुलिस सेवा में आए पंकज कुमार शाही विभिन्न जिलों में तैनात रहे हैं। 2011 में पंकज शाही अचानक सुर्खियों में आए थे। मामला यह था कि एसओजी में रहते हुए उन्होंने एक व्यक्ति को नेपाल पुलिस के हवाले किया था, बदले में नेपाल पुलिस ने एक बदमाश को उनके हवाले किया जिसका एनकाउंटर किया गया। इस एनकांउटर ने पूरे प्रदेश में पुलिस की किरकिरी की। तत्कालीन एडीजी बृजलाल ने इस मामले में पुलिस इंस्पेक्टर पंकज कुमार शाही व उनकी टीम पर हत्या का केस दर्ज कराया था। इसके बाद पंकज शाही को जेल भेज दिया गया था।
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